राजस्थान के प्रसिद्ध Rani sati temple jhunjhunu की पूरी जानकारी – कैसे जाएं, कहाँ ठहरें?

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भारत के पौराणिक मंदिरों में Rani sati temple jhunjhunu राजस्थान का प्रसिद्ध मंदिर और हिंदू तीर्थ स्थल है, जहां प्रत्येक साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। राजस्थान के झुंझुनू पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर दर्शकों के सामने अनुपम दृश्य प्रस्तुत करने का प्रतीक माना जाता है। आईए जानते हैं Rani Sati Temple Rajasthan के बारे में पूरी जानकारी।

 

झुंझुनू रानी सती मंदिर इतिहास

rani sati temple

Rani sati temple jhunjhunu इतिहास लगभग 400 वर्ष पुराना है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध में कौरवों द्वारा रचित चक्रव्यूह को तोड़ते समय अभिमन्यु की मौत हो गई, जिसके बाद उनकी पत्नी उत्तरा अभिमन्यु के साथ ही सती हो जाना चाहती थी लेकिन चुकि वह एक बच्चे को जन्म देने वाली थी, इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें ऐसा करने के लिए रोका। इसके बदले उत्तरा ने उनसे वरदान मांगा कि वह अगले जन्म में अभिमन्यु की पत्नी बनकर सती होना चाहती हैं और भगवान ने उन्हें यह वरदान दे दिया।

 

अगले जन्म में उत्तरा Rajasthan के डोकवा गांव में गोरसमल बिरमेवाल की बेटी के रूप में पैदा हुई। उनका नाम नारायणी था। उनका विवाह हिसार में जलीराम जालान के पुत्र तंदन से हुआ था जो पिछले जन्म में अभिमन्यु था। विवाह के बाद वहां के राजा के बेटे और तंदन में एक घोड़े को लेकर भयंकर लड़ाई हो गई, जिस बीच तंदन वीरगति को प्राप्त हो गया और इसके बाद नारायणी वीरता और पराक्रम से लड़ी और राजा को मृत्यु के घाट उतार दिया।

 

अपने पति के हत्या का प्रतिशोध पूरा करने के बाद वह तंदन के साथ ही सती हो गई। इसके बाद नारायणी देवी को आदि शक्ति के रूप में पूजा जाने लगा। लोगों के बीच उनकी श्रद्धा बढ़ती गई और आज उनका राजस्थान में एक भव्य मंदिर भी बन चुका है।

 

Rani sati temple jhunjhunu में घूमने की जगहें

 

Rajasthan में रानी सती मंदिर के आसपास घूमने की कई बेहतरीन जगहें हैं, जहां आप प्राकृतिक सौंदर्य, भव्य वातावरण और राजशाही हवेली देख सकते हैं। यहां खेतड़ी पैलेस, लोहागर्ल, तिबरवाल हवेली और मोदी हवेली जैसे कई पर्यटन स्थल हैं, जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।

 

रानी सती मंदिर में घूमने जाने का सही समय

 

रानी सती मंदिर में घूमने जाने का सही समय है बारिश के बाद आने वाले सर्दियों के दिन। इस समय यहां का वातावरण काफी शांत और सौगम्य प्रतीत होता है, जहां आकर आपको बेहद सुखद अनुभव होगा।

 

रानी सती मंदिर झुंझुनू कैसे जाएं?

रानी सती मंदिर झुंझुनू कैसे जाएं? यहाँ पहुंचने के लिए आप विभिन्न परिवहन का इस्तेमाल कर सकते हैं। आईए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

 

Flight: अगर आप Flight से रानी सती मंदिर जाना चाहते हैं तो सबसे पहले Jaipur हवाई अड्डे पर पहुंचे। आपको बता दें कि जयपुर हवाई अड्डे से रानी सती माता का मंदिर 150 किलोमीटर दूर है। फ्लाइट की यात्रा आपके लिए Expensive हो सकती है लेकिन अगर आपके पास अधिक बजट है तो आप इससे comfortable यात्रा कर सकते हैं।

 

Train: Rani sati temple jhunjhunu पहुंचने के लिए यदि आप budget-friendly option ढूंढ रहे हैं तो सबसे अच्छा ऑप्शन है Train। ट्रेन से मंदिर पहुंचने के लिए सबसे पहले झुंझुनू रेलवे जंक्शन पहुंचें, जहां से केवल 6 किलोमीटर की दूरी तय करके आप मंदिर पहुंच सकते हैं। झुंझुनू रेलवे स्टेशन से Auto, Taxi या अन्य स्थानीय परिवहन की मदद से आप मंदिर पहुंच सकते हैं।

 

रानी सती मंदिर में कहां ठहरें?

 

राजस्थान में यदि आप रानी सती मंदिर पहुंचते हैं तो आपको ठहरने के लिए यहां मंदिर परिसर में कई कमरे मिल जाते हैं। इसके अलावा आप अपने Budget के अनुसार Hotel या हवेली भी बुक कर सकते हैं। यदि आप रानी सती मंदिर में दर्शन करने के बाद झुंझुनू की विभिन्न पर्यटन स्थलों के दर्शन करना चाहते हैं तो रुकने के लिए नीचे दिए गए ठहराव स्थल आपके लिए Best हैं-

 

  • होटल शाही पैलेस (Hotel Shahi Palace)
  • मंडावा कोठि (Mandawa Kothi)
  • हेरिटेज होटल (Heritage Hotel)
  • होटल राधिका हवेली, मंडावा (Hotel Radhika Haveli, Mandawa
  • रॉयल मेंशन सुइट (Royal Mansion Suite)
  • होटल चोबदार हवेली (Hotel Chobdar Haveli)
  • विवान (Vivaana)
  • होटल शेखावाटी (Hotel Shekhawati)

 

मंदिर की विशेष परंपराएं और पूजा समय

 

रानी सती मंदिर में हर दिन विशेष आरती होती है, जिसमें स्थानीय लोग और श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
प्रमुख पूजा समय:

  • सुबह की आरती: प्रातः 5:30 बजे
  • दोपहर भोग आरती: दोपहर 12:00 बजे
  • शाम की आरती: शाम 7:00 बजे

हर पूर्णिमा और अमावस्या पर विशेष पूजा और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है।

 

यात्रा से जुड़े सुझाव (Travel Safety & Tips)

 

  • मंदिर में भीड़भाड़ वाले समय (त्योहार, पूर्णिमा) में पहले से Hotel Booking कर लें।
  • बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए मंदिर में बैठने और रुकने की पर्याप्त सुविधाएं हैं।
  • व्यक्तिगत सामान और कीमती चीज़ों का ध्यान रखें।
  • गर्मियों में धूप से बचाव के लिए टोपी, Sunscreen और पानी की बोतल साथ रखें।

 

ट्रैवल टिप्स और फोटोग्राफी स्पॉट्स

रानी सती मंदिर की भव्य वास्तुकला, संगमरमर की नक्काशी, और मंदिर के पास का विशाल प्रांगण Photographer के लिए स्वर्ग समान है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहाँ की तस्वीरें बेहद सुंदर आती हैं।

टिप्स:

  • मंदिर में Photography सीमित हो सकती है, इसलिए पहले अनुमति ज़रूर लें।
  • हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें, खासकर गर्मियों में।
  • जूते मंदिर परिसर के बाहर उतारने की सुविधा है।

 

 

 

सारांश

 

दोस्तों, रानी सती मंदिर राजस्थान के पौराणिक मंदिरों में से एक है। यहां के वास्तु कला और विभिन्न पर्यटक स्थल आपके मन को मोह लेने वाले हैं। झुंझुनू रानी सती मंदिर इतिहास कई युगों पुराना है, जहां लोग श्रद्धा भाव से आते हैं और माता नारायणी देवी के दर्शन करते है। रानी सती मंदिर झुंझुनू कैसे जाएं के बारे में भी अब आप जान चुके होंगे कि आप Flight  अथवा Train से बेहद आसानी से यहां पहुंच सकते हैं। अगर आप रानी सती मंदिर जाना चाहते हैं तो अपने परिवार और दोस्तों के साथ जा सकते हैं। यह यात्रा आपके लिए काफी यादगार होगी।

 

 


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