भारत में यूनेस्को : World Heritage Sites : एक अनमोल धरोहर
भारत, अपनी समृद्ध संस्कृति, इतिहास और विविधता के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। यहां का इतिहास जितना प्रसिद्ध हैं उससे संबंधित ऐतिहासिक धरोहरें भी उतनी ही जीवंत. इसके अलावा यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता भारत की अनोखी पहचान को दर्शाती हैं। यही कारण है कि भारत में यूनेस्को (UNESCO) द्वारा चयनित कई विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Sites) हैं, जो न केवल भारत के गौरव को बढ़ाते हैं, बल्कि दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित भी करता है। जब भी हम UNESCO या हेरिटेज साईट का नाम सुनते हैं तो सबसे पहले चित्र हमारे मन में ताजमहल का आता है. लेकिन वास्तविकता में भारत में UNESCO के 43 वर्ल्ड हेरिटेज साईट हैं जिनके बारे में हमें पता होना चाहिए.
यूनेस्को (UNESCO) वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स क्या हैं?
यूनेस्को (UNESCO) यानी यूनाइटेड नेशन्स एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन, विश्वभर के ऐसे जगहों या स्थानों को चुनता है जो कि सांस्कृतिक, प्राकृतिक या ऐतिहासिक रूप से महत्त्व रखते हैं. ये संस्था उन स्थानों के संरक्षण को बढ़ावा देने का कार्य करता है। इन स्थानों का चयन कुछ कठोर मानदंडों के आधार पर किया जाता है।
विश्व धरोहर जगहों को चुनने का उद्देश्य
यूनेस्को का मुख्य उद्देश्य इन स्थलों को संरक्षित करना और उनके महत्व को समझना है। इससे विश्व धरोहर स्थलों को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलती है, जिससे इन जगहों का संरक्षण और पुनरुद्धार किया जा सके। यह पहल न सिर्फ इन्हें स्थानीय स्तर पर महत्व प्रदान करती है, बल्कि वैश्विक पर्यटकों को भी आकर्षित करती है।
चयन प्रक्रिया
किसी भी जगह को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए, संबंधित देश को प्रस्ताव प्रस्तुत करना होता है। इसके बाद, विशेषज्ञों की एक टीम उस स्थल का गहन अध्ययन करती है और उसकी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक विशेषताओं की जांच करती है। यदि स्थल निर्धारित मानदंडों को पूरा करता है, तो उसे विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया जाता है।
भारत में स्थिति
भारत में इस समय 43 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, जो एशिया में दूसरे स्थान पर आते हैं। इनमें से 35 स्थल सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और 1 मिश्रित धरोहर स्थल हैं। ये स्थल भारत के गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है।
भारत की प्रमुख सांस्कृतिक धरोहर स्थल
1. ताजमहल (आगरा, उत्तर प्रदेश)
सफेद संगमरमर से बना यह अद्भुत मकबरा मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया था। इसकी वास्तुकला और सुंदरता इसे विश्व के सात अजूबों में शामिल करती है।
2. खजुराहो के मंदिर (मध्य प्रदेश)
यहाँ के मंदिर अपनी उत्तम नक्काशी और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। चंदेल वंश के शासनकाल में इन मंदिरों को बनवाया था जोकि आज भी भारतीय कला और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
3. कुतुब मीनार (दिल्ली)
भारत की सबसे ऊंची ईंटों से बनी मीनार, कुतुब मीनार, दिल्ली में स्थित है। इसे कुतुब-उद-दीन ऐबक ने 12वीं सदी में बनवाया था। यह भारतीय-मुस्लिम वास्तुकला का अद्वितीय नमूना है।
4. अजंता और एलोरा की गुफाएं (महाराष्ट्र)
ये गुफाएं भारतीय रॉक-कट वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण हैं। अजंता की गुफाएं बौद्ध धर्म से संबंधित हैं, जबकि एलोरा की गुफाओं में हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म के चित्रण मिलते हैं।
5. हम्पी (कर्नाटक)
हम्पी, विजयनगर साम्राज्य की प्राचीन राजधानी, अपने विशाल मंदिरों, स्मारकों और स्थापत्य के लिए जानी जाती है। यह भारतीय इतिहास की महानता को दर्शाता है।
प्राकृतिक धरोहर स्थल
1. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (असम)
यह पार्क एक सींग वाले गैंडों का घर है और इसकी जैव विविधता इसे विश्व धरोहर का दर्जा दिलाती है।
2. सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान (पश्चिम बंगाल)
यह विश्व का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है और यह बंगाल टाइगर का प्राकृतिक आवास है।
3. नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (उत्तराखंड)
यह स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता, विविध वनस्पतियों और पर्वतीय दृश्यावली के लिए प्रसिद्ध है। ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए यह जगह स्वर्ग है।
भारत के अन्य प्रमुख विश्व धरोहर स्थल
- जंतर मंतर (जयपुर): खगोलशास्त्र का उत्कृष्ट उदाहरण।
- चोल मंदिर (तमिलनाडु): दक्षिण भारत की समृद्ध वास्तुकला का प्रतीक।
- महाबलीपुरम के रथ मंदिर: पत्थरों को काटकर बनाए गए मंदिर।
- भीमबेटका गुफाएं (मध्य प्रदेश): प्राचीन मानव सभ्यता के अवशेष।
- पाटन का रानी की वाव (गुजरात): जल संचय की अद्भुत प्रणाली।
भारत की विश्व धरोहर स्थल हमारे देश की पहचान और गौरव हैं। इनकी देखभाल और संरक्षण हमारा कर्तव्य है ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इन अद्भुत धरोहरों का आनंद ले सकें। अगर आप भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को नजदीक से देखना चाहते हैं, तो इन स्थलों की यात्रा अवश्य करें।
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