Places to Visit in Banaras : एक सांस्कृतिक धरोहर
भारत की सांस्कृतिक राजधानी कहलाने वाला बनारस (Varanasi / Kashi) केवल एक शहर नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी धरोहर है जो हजारों सालों से सभ्यता, धर्म और संस्कृति का केंद्र रही है। यहाँ हर गली, हर घाट, हर मंदिर अपने भीतर एक कहानी समेटे हुए है। कहा जाता है कि “काशी” वह स्थान है जहाँ जीवन और मृत्यु दोनों का रहस्य छुपा है। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताएँगे कि places to visit in Banaras कौन-कौन से हैं, वहाँ का इतिहास क्या है, संस्कृति में क्या खास है, और किस तरह यहाँ का food और lifestyle इसे बाकी शहरों से अलग बनाता है।
बनारस का इतिहास (History of Banaras)
बनारस दुनिया का सबसे पुराना आबाद शहर माना जाता है। कहा जाता है कि यह 3000 साल से भी ज्यादा पुराना है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इसे स्वयं भगवान शिव ने बसाया था। यहाँ गंगा नदी का प्रवाह इसे और भी पवित्र बनाता है। यह शहर सदियों से शिक्षा, अध्यात्म और व्यापार का बड़ा केंद्र रहा है। प्राचीन काल में यहाँ की शिक्षा प्रणाली, संस्कृत विद्या और आयुर्वेदिक उपचार पूरे भारत में प्रसिद्ध थे। आज भी बनारस हिंदू धर्म का सबसे बड़ा तीर्थस्थल माना जाता है।
Places to visit in Banaras
प्रमुख घाट (Famous Ghats in Banaras)
बनारस की पहचान उसके ghats से होती है। यहाँ लगभग 84 घाट हैं और हर घाट का अपना महत्व है।
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दशाश्वमेध घाट
यह सबसे प्रसिद्ध घाट है। यहाँ हर शाम होने वाली Ganga Aarti दुनिया भर में मशहूर है। हजारों लोग दीपक, शंख और मंत्रोच्चारण के बीच इस अद्भुत दृश्य को देखने आते हैं।
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मणिकर्णिका घाट
इसे मोक्ष का द्वार माना जाता है। मान्यता है कि यहाँ दाह-संस्कार होने से आत्मा को मुक्ति मिलती है।
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अस्सी घाट
यह घाट युवाओं और विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा spot है। यहाँ सुबह-सुबह योग, ध्यान और classical संगीत के कार्यक्रम होते हैं।
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पंचगंगा घाट
यह स्थान पाँच नदियों के संगम का प्रतीक है और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है।
प्रमुख मंदिर (Famous Temples in Banaras)
बनारस मंदिरों का शहर है और हर मंदिर का अपना धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है।
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काशी विश्वनाथ मंदिर
यह मंदिर बनारस का सबसे बड़ा attraction है। भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक यहीं स्थापित है। लाखों श्रद्धालु हर साल यहाँ दर्शन करने आते हैं
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संकटमोचन हनुमान मंदिर
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा स्थापित यह मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहाँ मंगलवार और शनिवार को विशेष भीड़ रहती है।
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दुर्गा मंदिर (लाल मंदिर)
यह मंदिर अपनी लाल रंग की दीवारों के कारण प्रसिद्ध है। नवरात्रि के समय यहाँ विशेष मेले का आयोजन होता है।
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न्यू विश्वनाथ मंदिर (बीएचयू)
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में बना यह भव्य मंदिर वास्तुकला का अद्भुत नमूना है।
संस्कृति और परंपरा (Culture & Tradition of Banaras)
बनारस की संस्कृति उसकी आत्मा है। यहाँ सुबह की Subah-e-Banaras से लेकर रात की Ganga Aarti तक सबकुछ अनोखा है। बनारस का संगीत, खासकर शास्त्रीय संगीत, पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। पंडित रवि शंकर और उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जैसे महान कलाकारों ने इसी धरती से अपनी कला का आरंभ किया।
यहाँ की गली-मोहल्लों में अभी भी पंडित, विद्वान, साधु-संत और कलाकार आपको रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा नज़र आते हैं।
बनारसी खानपान (Food of Banaras)
अगर आप बनारस आएं और यहाँ का food न चखें तो यात्रा अधूरी रह जाएगी। यहाँ का स्ट्रीट फूड भारत में सबसे ज्यादा famous है।
कचौड़ी-जलेबी – बनारस की सुबह कचौड़ी-जलेबी से शुरू होती है।
चाट – टमाटर चाट, आलू टिक्की, दही-भल्ला हर corner पर मिल जाएगा।
लस्सी – मलाईदार लस्सी यहाँ का signature drink है।
ठंडाई – गर्मियों में ठंडाई और भांग वाली ठंडाई दोनों ही काफी मशहूर हैं।
पान (Banarasi Paan) – “बनारसी पान” तो यहाँ की शान है। इसे खाए बिना कोई भी यात्रा पूरी नहीं मानी जा
मार्केट और शॉपिंग (Shopping in Banaras)
बनारस का market भी उतना ही रंगीन और खास है।
बनारसी साड़ी – पूरी दुनिया में Banarasi Saree अपनी fine silk और zari work के लिए प्रसिद्ध है।
थाट और गहने – यहाँ के सोने-चाँदी के गहने और लकड़ी की कारीगरी भी बहुत मशहूर है।
गोधूलिया और चौक बाजार – खरीदारी करने का सबसे अच्छा स्थान।
त्यौहार और आयोजन (Festivals of Banaras)
यहाँ साल भर कोई न कोई त्यौहार या cultural आयोजन होता ही रहता है।
देव दीपावली – कार्तिक पूर्णिमा की रात गंगा के घाट दीपों से जगमगाते हैं।
महाशिवरात्रि – काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य उत्सव मनाया जाता है।
नाग नथैया – तुलसी घाट पर यह खास आयोजन होता है।
होली और दीवाली – बनारस की होली और दिवाली अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)
BHU सिर्फ एक विश्वविद्यालय नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर है। 1916 में पंडित मदन मोहन मालवीय ने इसकी स्थापना की थी। यह कैंपस बहुत ही खूबसूरत है और इसमें बने म्यूज़ियम, मंदिर और गार्डन ज़रूर देखने चाहिए।
सारनाथ (Sarnath)
बनारस से करीब 10 किलोमीटर दूर सारनाथ वह स्थान है जहाँ भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। यहाँ का धमेख स्तूप, मठ और म्यूज़ियम बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र स्थल है।
बनारस की रात (Nightlife of Banaras)
हालांकि बनारस nightlife के लिए Mumbai या Goa जैसा नहीं है, लेकिन यहाँ की रात की गंगा आरती, घाट पर जलते दीपक और संगीत का माहौल आपको जीवनभर याद रहेगा
Photography और Travel Experience
बनारस photographers के लिए स्वर्ग है। narrow गलियाँ, मंदिरों की घंटियाँ, रंगीन बाजार, गंगा किनारे साधु-संत – सबकुछ camera में कैद करने लायक है। यहाँ सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों अद्भुत अनुभव देते हैं।
बनारस केवल एक शहर नहीं बल्कि एक अनुभव है। यहाँ का इतिहास, संस्कृति, आध्यात्मिकता, भोजन और जीवनशैली इसे दुनिया के सबसे अनोखे tourist destinations में शामिल करता है। अगर आप भारत की आत्मा को महसूस करना चाहते हैं, तो आपको ज़रूर बनारस आना चाहिए।
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